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पुरूष निःसंतानता का एक कारण वेरिकोसिल आधुनिक तकनीकों से संभव है पिता बनना

Reviewed by Indira IVF Fertility Experts
Last updated: February 07, 2025

Synopsis

वेरीकोसील (Varicocele in Hindi) तब होता है जब अंडकोश में नसें सूज जाती हैं और बड़ी हो जाती हैं। जानिए वैरीकोसेल क्या है (varicocele meaning in hindi), लक्षण और उपचार Indira IVF के साथ।

 

पुरूष निःसंतानता शब्द कुछ सालों पहले तक नया लगता था लेकिन अब निःसंतानता की स्थिति में ये सामान्य रूप से सामने आ रहा है। निःसंतानता के एक तिहाई मामलों में यानि महिला निःसंतानता के समान पुरूषों के कारण भी निःसंतानता हो सकती है।

पुरूष निःसंतानता के मामले आमतौर पर शुक्राणुओं के निर्माण, उनकी क्वालिटी या वृषण से जुड़े हुए होते हैं। महिला में निःसंतानता के कारण कई हो सकते हैं लेकिन पुरूषों में शुक्राणुओं से संबंधित होते हैं। चूंकि शुक्राणुओं का निर्माण टेस्टिस यानि वृषण में होता है इसलिए इसमें कोई भी समस्या होने पर निःसंतानता संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

पुरूष निःसंतानता के कारणों में से एक वेरिकोसिल की समस्या है ये वृषण से जुड़ी नसों की बीमारी है। varicocele in hindi वेरिकोसिल को आसान शब्दों में समझें तो ये वृषण यानि टेस्टिकल से जुड़ी नसों की समस्या है। जब किसी कारण से इसकी नसों में सूजन आ जाती है उस स्थिति में वेरिकोसिल की समस्या उत्पन्न हो सकती है। हालांकि वेरिकोसिल के सभी मामलों में निःसंतानता की समस्या हो जरूरी नहीं है लेकिन कई मामलों शुक्राणुओं के निर्माण और बाहर आने से जुड़े हुए होते हैं।

वेरीकोसील क्या है What is Varicocele in Hindi

वेरीकोसील टेस्टिस और स्क्रोटम की नसों से संबंधित बीमारी है। वेरिकोसिल के कारण इस समस्या से प्रभावित लोगों को कभी असहनीय दर्द व शुक्राणु उत्पादन में समस्या के कारण संतान प्राप्ति में कठिनाई हो सकती है।

Varicocele Causes in Hindi

सामान्यतया ये समस्या 15 वर्ष से 40 वर्ष आयुवर्ग के पुरुषों में सामने आती है। वेरीकोज नसों में वॉल्व होते हैं जो ब्लड को स्क्रोटम तथा टेस्टिकल्स से हार्ट की ओर ले जाते हैं। जब ये वॉल्व काम करना बंद कर देते हैं तो ब्लड एक की जगह पर जमा होने लगता है इस कारण स्क्रोटम में मौजूद वृषण के आसपास की नसे फूलने लगती हैं और वेरिकोसिल की परेशानी हो सकती है। वेरिकोसिल से प्रभावित पुरूषों में सीमेन बनने में कठिनाई होती है और इसकी गुणवत्ता में भी कमी हो सकती है। इस बीमारी के उपचार के बाद कई मरीजों को दर्द से राहत मिलती है और वीर्य का निर्माण सुचारू हो जाता है।

वेरीकोसील के लक्षण Varicocele Symptoms in Hindi

वेरीकोसील के लक्षण हर मरीज में एक समान नहीं होते हैं किसी को कोई भी दर्द या तकलीफ नहीं होती है तो किसी को असहनीय दर्द होता है तो किसी को ज्यादा देर तक खड़े रहने में तकलीफ होती है। कुछ मामलों में अधिक वजन वाला सामान उठाने पर इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षणां की बात करें तो दौड़ने, लम्बी यात्रा तथा व्यायाम के बाद वृषण में दर्द का अनुभव होता है।

कब करें डॉक्टर से सम्पर्क - आपको वेरिकोसील या फिर वृषण से जुड़ी किसी तरह की समस्या है तो इसे नजरअंदाज करने की बजाय डॉक्टर से कन्सल्ट करना चाहिए ।

वेरीकोसिल का उपचार –

ज्यादातर मामलों पुरानी उपचार तकनीक यानि ओपन या माइक्रोस्कोपिल सर्जरी की जाती है । इसकी सर्जरी में चीरा लगाकर खराब नसों को बांध दिया जाता है ताकि अच्छी नसों के माध्यम से ब्लड हार्ट की ओर जा सके।

वेरिकोसिल के कारण निःसंतानता होने पर तुरन्त एक्सपर्ट डॉक्टर से कन्सल्ट करना चाहिए । आईवीएफ, इक्सी जैसी आधुनिक तकनीकों से अपने शुक्राणुओं से पिता बनने की राह आसान हो सकती है।

 

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