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भ्रूण स्थानांतरण के बाद सकारात्मक संकेत – क्या यह प्रेग्नेंसी का लक्षण है?

Last updated: December 02, 2025

Overview

कैसे जानें की एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद प्रेगनेंसी सक्सेस हुयी है या नहीं? एम्ब्रीओ ट्रांसफर (embryo transfer) के बाद का समय हर कपल के लिए सबसे तनावपूर्ण होती हैं। महिला हर छोटी-छोटी चीजों को नोटिस करने लगती है जैसे हल्का दर्द या कुछ अलग महसूस होना। कपल के मन में यही बात चलती रहती है कि क्या ये सब ठीक है? क्या एम्ब्रीओ ठीक से इम्प्लांट हुआ है या नहीं ? इस आर्टिकल में हम समझेंगे कि एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद कौन से पॉजिटिव साइन (सकारात्मक संकेत) हो सकते हैं और आपको कब चिंता करनी चाहिए।

भ्रूण स्थानांतरण क्या है? (embryo transfer kya hai )

एम्ब्रीओ ट्रांसफर या भ्रूण स्थानांतरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक मैच्योर एम्ब्रीओ (mature embryo) को महिला के गर्भाशय (यूट्रस) में रखा जाता है। यह IVF प्रोसेस का सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है। इसके बाद एम्ब्रीओ को यूटेराइन लाइनिंग यानी गर्भाशय की दीवार से जुड़ना होता है, इसे इम्प्लांटेशन (implantation) कहते हैं।

अगर एम्ब्रीओ सफलतापूर्वक इम्प्लांट हो जाता है, तो प्रेगनेंसी सक्सेसफुल हो जाती है। एम्ब्रीओ ट्रांसफर आमतौर पर 3 से 5 दिन बाद किया जाता है।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद 15 पॉजिटिव संकेत

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद महिलाएं कई बदलाव महसूस कर सकती हैं जो इम्प्लांटेशन (implantation) का संकेत हो सकते हैं:

  • हल्का रक्तस्राव (इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग)

    कई महिलाओं को एम्ब्रीओ ट्रांसफर के 6 से 12 दिन बाद हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग (spotting) दिखाई दे सकती है। इसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग (implantation bleeding) कहा जाता है। जब एम्ब्रीओ यूटेराइन लाइनिंग से जुड़ता है, तो कुछ ब्लड वेसेल्स टूट सकती हैं, जिससे हल्की ब्लीडिंग होती है।

  • हल्के पेट में दर्द या ऐंठन

    कुछ महिलाओं को पेट के निचले हिस्से में हल्के दर्द यानी माइल्ड क्रम्पिंग या ऐंठन महसूस हो सकती है। यह इम्प्लांटेशन के समय यूट्रस के सिकुड़ने के कारण होता है जो आमतौर पर कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रहता है।

  • थकान और कमजोरी

    IVF के बाद महिलाएं बहुत ज्यादा थकान (fatigue) महसूस कर सकती हैं। प्रोजेस्टेरोन शरीर के तापमान को बढ़ाता है, जिससे ज्यादा एनर्जी खर्च करनी पड़ती है। इसलिए ज्यादा सोना और आराम करना न केवल सामान्य है, बल्कि प्रेगनेंसी के शुरुआती स्टेप्स के लिए जरुरी भी है।

  • स्तनों में भारीपन या संवेदनशीलता

    एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद हार्मोन लेवल में बदलाव होता है जिससे स्तनों में भारीपन (breast tenderness) या सूजन महसूस हो सकती है। यह प्रोजेस्टेरोन (progesterone) हॉर्मोन बढ़ने की वजह से होता है। प्रोजेस्टेरोन यूट्रस को प्रेगनेंसी के लिए तैयार करता है जिससे ब्रैस्ट टिश्यूज़ भी प्रभावित होते हैं।

  • मूड स्विंग्स या हार्मोनल बदलाव

    प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन (estrogen) जैसे हार्मोन्स मानसिक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं जिससे इमोशनल, चिड़चिड़ापन या चिंता महसूस हो सकती है।

  • मतली या भूख में बदलाव

    कुछ महिलाओं को एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद मतली (nausea) या भूख में बदलाव महसूस हो सकता है। कुछ महिलाओं को कुछ खाने की चीजों के प्रति अरुचि भी हो सकती है।

  • पेट फूलना (ब्लोटिंग)

    हार्मोन लेवल में चेंज डाइजेस्टिव सिस्टम यानी पाचन तंत्र को भी प्रभावित करता है जिससे पाचन धीमा हो सकता है,और ब्लोटिंग महसूस हो सकती है।

  • सिरदर्द

    हार्मोन लेवल में ज्यादा बदलाव से कभी-कभी सिरदर्द होता है।

  • बार-बार पेशाब आना

    हार्मोन की वजह से किडनी और ब्लैडर भी प्रभावित होता है जिससे बार बार पेशाब आती है।

  • शरीर का बेसल तापमान बढ़ना (Basal Body Temperature)

    प्रोजेस्टेरोन शरीर के तापमान को बढ़ाता है, जिससे बेसल बॉडी टेम्परेचर (BBT) हाई रहता है।

  • योनि में स्राव में बदलाव (Cervical Mucus Changes)

    प्रेगनेंसी में सर्वाइकल म्यूकस गाढ़ा और सफ़ेद हो जाता है। यह शरीर के लिए एक प्राकृतिक सुरक्षा है।

  • योनि में भारीपन (Pelvic Heaviness)

    गर्भाशय में बढ़ा हुआ ब्लड फ्लो (Flow flow) और सूजन से वेजाइनल एरिया में भारीपन महसूस होता है।

  • पीठ में दर्द (Lower Back Pain)

    प्रोजेस्टेरोन से लिगामेंट रिलैक्स होते हैं, जिससे पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के कितने दिन बाद लक्षण दिखाई देते हैं?

इम्प्लांटेशन के लक्षण आमतौर पर 5 से 12 दिन बाद दिखाई देते हैं, लेकिन यह हर महिला में अलग हो सकते हैं। याद रखें कि लक्षण दिखायी न देने का मतलब IVF असफल होना नहीं है।

  • भ्रूण स्थानांतरण के 1 दिन बाद के लक्षण

    पहले दिन आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखते। शरीर अभी ट्रांसफर के प्रोसेस से रिकवर कर रहा होता है। हल्का डिस्कम्फर्ट या हल्की ब्लीडिंग सामान्य है किसी और वजह से भी हो सकती है।

  • एम्ब्रीओ ट्रांसफर के 2-3 दिन बाद के लक्षण

    अभी एम्ब्रीओ यूट्रस से जुड़ नहीं रहा है, इसलिए सामान्य तौर पर कोई लक्षण नहीं होते। कुछ महिलाएं हल्की क्रैम्पिंग महसूस कर सकती हैं।

  • भ्रूण स्थानांतरण के 4-5 दिन बाद के लक्षण

    एम्ब्रीओ गर्भाशय की दीवार में प्रोब (probe) करने लगता है। कुछ महिलाओं को हल्की क्रैम्पिंग, हल्की ब्लीडिंग, या थकान शुरू हो सकती है।

  • एम्ब्रीओ ट्रांसफर के 6 दिन बाद के लक्षण

    यह इम्प्लांटेशन का महत्वपूर्ण समय है। कुछ महिलाओं को इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग दिखाई दे सकती है। ब्रैस्ट में चेंज, थकान, या मूड में बदलाव भी दिखाई दे सकते हैं।

  • भ्रूण स्थानांतरण के 10 दिन बाद के लक्षण

    अब तक हार्मोन लेवल काफी बढ़ गया होता है, इसलिए प्रेगनेंसी के लक्षण ज्यादा स्पष्ट हो जाते हैं। थकान, स्तनों में सेंसिटिविटी, मतली जैसे सारे सिम्पटम्स दिखाई दे सकते हैं।

  • एम्ब्रीओ ट्रांसफर के 11-12 दिन बाद के लक्षण

    इस समय तक हार्मोन लेवल काफी हाई हो जाता है। अगर प्रेगनेंसी सक्सेस हो गयी है तो ब्रेस्ट में दर्द, थकान, मतली जैसे लक्षण ज्यादा स्पष्ट होने लगते हैं।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद कब करें प्रेगनेंसी टेस्ट?

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के 10 से 14 दिन बाद ब्लड टेस्ट (beta hCG test) के जरिये प्रेगनेंसी टेस्ट करने की सलाह दी जाती है। ब्लड टेस्ट होम प्रेगनेंसी टेस्ट से ज्यादा एक्यूरेट रिजल्ट देता है। होम टेस्ट 12 दिन बाद भी कर सकते हैं, लेकिन ब्लड टेस्ट ज्यादा भरोसेमंद होता है। अगर पहला टेस्ट पॉजिटिव है तो 48 घंटे बाद फिर से टेस्ट किया जाता है और देखा जाता है कि hCG लेवल सही तरीके से बढ़ रहा है या नहीं।

निष्कर्ष (Conclusion)

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद कुछ महिलाओं को बहुत सारे लक्षण दिखते हैं, किसी को थोड़े कम, और कुछ महिलाओं को कोई भी लक्षण दिखायी नहीं देता। इसका मतलब यह नहीं है कि प्रेगनेंसी नहीं हुई है। सही रिजल्ट के लिए सिम्पटम्स से ज़्यादा प्रेग्नेंसी टेस्ट पर भरोसा करना चाहिए। अपने डॉक्टर से नियमित संपर्क रखें, धैर्य रखें, और पॉजिटिव रहें।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

भ्रूण स्थानांतरण के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?

 

10 से 14 दिन बाद ब्लड टेस्ट (beta hCG test) सबसे सटीक टेस्ट है, हालांकि होम टेस्ट 12 दिन बाद भी कर सकते हैं।

क्या एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद हल्की ब्लीडिंग सामान्य है?

 

हाँ, इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग बिल्कुल सामान्य है। यह हल्की, पीली या ब्राउन रंग की होती है और कुछ घंटों से 2-3 दिन तक रहती है।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद लक्षण न दिखने पर क्या IVF असफल है?

 

नहीं, बहुत सारी महिलाओं को कोई लक्षण नहीं होते फिर भी प्रेग्नेंसी सफल होती है - प्रेग्नेंसी टेस्ट ही असली truth बताता है।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद पेट दर्द कब तक रहता है?

 

हल्की क्रैम्पिंग आमतौर पर कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रहती है, लेकिन अगर दर्द ज्यादा हो तो डॉक्टर को बताएं।

एम्ब्रीओ ट्रांसफर के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

 

कच्चा दूध, कच्चे अंडे, कच्ची या अधपकी मछली, प्रोसेस्ड मीट और ऐसे प्रोडक्ट्स जो ठीक से पकाये गए न हों क्योंकि इनमें बैक्टीरिया हो सकते हैं।

आईवीएफ के बाद कितना बेड रेस्ट करना चाहिए?

 

पहले 24 घंटे आराम करना चाहिए, लेकिन पूरे 2 हफ्तों तक बेड पर लेटे रहने की जरूरत नहीं है आप नार्मल काम कर सकती हैं।

**Disclaimer: The information provided here serves as a general guide and does not constitute medical advice. We strongly advise consulting a certified fertility expert for professional assessment and personalized treatment recommendations.
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