इंप्लांटेशन ब्लीडिंग गर्भावस्था यानी प्रेगनेंसी का शुरुआती लक्षण होता है। जब फर्टिलाइजेशन के बाद एम्ब्रीओ के गर्भाशय मतलब यूट्रस (Uterus) की परत में चिपकता है तो कई महिलाओं को हल्की स्पॉटिंग होती है।
यह सामान्यत: बहुत हल्की और थोड़े समय की होती है, इसलिए ज़्यादातर मामलों में चिंता की जरूरत नहीं होती। इस गाइड में आगे हम जानेंगे implantation bleeding in hindi, क्या हैं इसके लक्षण, और ब्लीडिंग अगर ज्यादा हो तब क्या करें।
इंप्लांटेशन(implantation) प्रेगनेंट होने की जर्नी में वह स्टेज है जिसमें फर्टिलाइज़ेशन (fertilization) के बाद बनने वाला भ्रूण यानी एम्ब्रीओ (embryo) गर्भाशय की अंदरूनी परत, एंडोमेट्रियम (endometrium), में जाकर अपने लिए एक सुरक्षित जगह बनाता है।
जैसे ही एम्ब्रीओ इस परत में हल्का-सा धँसता है, कभी-कभी बहुत कम मात्रा में खून बाहर आ सकता है, जिसे इंप्लांटेशन ब्लीडिंग कहा जाता है।
यह ब्लीडिंग हल्की और इंप्लांटेशन ब्लीडिंग अक्सर ओवुलेशन के 10 से 14 दिन के बाद होती है। 4 में से 1 गर्भवती महिला को यह ब्लीडिंग होती है जो 2 दिनों तक हो सकती है।
इंप्लांटेशन ब्लीडिंग प्रेगनेंसी की शुरुआत होने का लक्षण होता है, लेकिन हर महिला को ब्लीडिंग हो यह जरूरी नहीं है।
इंप्लांटेशनब्लीडिंग तब होती है जब एम्ब्रीओ गर्भाशय की परत यानी यूटेरिन लाइनिंग (Uterine lining) से जुड़ता है। मेडिकल लैंग्वेज में यूट्रस के अंदर बनी इन यूटेरिन लाइनिंग को ही एंडोमेट्रियम कहते हैं।
एम्ब्रीओ के एंडोमेट्रियम से चिपकते समय कभी-कभी वहाँ की कुछ छोटी नसें या रक्त वाहिकाएँ थोड़ी सी फट जाती हैं। इस वजह से बहुत थोड़ा-सा खून निकलता है।
यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इससे एम्ब्रीओ या प्रेगनेंसी को कोई नुकसान नहीं होता।
इम्प्लांटेशन, फर्टिलाइज़ेशन' (Fertilization) होने के लगभग 6 से 10 दिन बाद होता है। इस कारण से, यह ब्लीडिंग आमतौर पर आपकी 'पीरियड' (Period) की तय तारीख से 3 से 5 दिन पहले या पिछले ओवुलेशन के 10 से 14 दिन के बाद हो सकती है।
इसी वजह से, बहुत सी महिलाएँ इसे अपना 'अर्ली पीरियड' (Early Period) या नार्मल पीरियड्स समझ लेती हैं।
इंप्लांटेशन ब्लीडिंग कई महिलाओं में शुरुआती प्रेगनेंसी का संकेत हो सकती है, क्योंकि यह तब होती है जब एम्ब्रीओ एंडोमेट्रियम से जुड़ना शुरू करता है।
लेकिन यह सभी महिलाओं में नहीं दिखती, इसलिए इसका न दिखना भी प्रेगनेंसी न होने का कारण नहीं माना जाता। प्रेगनेंसी तभी कन्फर्म होगी जब पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट किया जाए।
वैसे तो हर महिला में इंप्लांटेशन ब्लीडिंग बहुत हल्की होती है, लेकिन कुछ महिलाओं में यह सामान्य से कम से ज्यादा भी हो सकती है।
वैसे तो इंप्लांटेशन ब्लीडिंग प्रेगनेंसी की शुरुआत का एक सामान्य हिस्सा है, जहाँ डॉक्टर के पास जाना जरुरी नहीं होता लेकिन कुछ कंडीशन में डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी हो जाता है।
इंप्लांटेशन ब्लीडिंग प्रेगनेंसी का एक सामान्य और स्वाभाविक हिस्सा है। कुछ महिलाओं में यह शुरुआती प्रेगनेंसी का संकेत भी बन सकती है, लेकिन यह सभी के साथ ऐसा हो यह आवश्यक नहीं है।
यदि ब्लीडिंग हल्की है और पीरियड से पहले दिखी है, तो अक्सर यह इंप्लांटेशन हो सकता है। लेकिन अगर बहाव तेज हो, दर्द बढ़े, थक्के आएं या रंग चमकीला लाल हो तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे सुरक्षित कदम है।
हर महिला को इंप्लांटेशन ब्लीडिंग हो, यह ज़रूरी नहीं है। असल में ज़्यादातर महिलाओं, करीब 70–80%, को कोई दाग तक नहीं दिखता, क्योंकि कई बार इंप्लांटेशन शरीर के अंदर बिल्कुल चुपचाप हो जाता है। इसलिए ब्लीडिंग न दिखना यह नहीं बताता कि प्रेगनेंसी (pregnancy) नहीं हुयी है।
इंप्लांटेशन के तुरंत बाद टेस्ट करने से अक्सर नेगेटिव रिज़ल्ट आ सकता है, क्योंकि शरीर को hCG (human chorionic gonadotropin) हार्मोन बनाने में थोड़ा समय लगता है। सबसे सही समय पीरियड मिस होने के 1–2 दिन बाद, या इंप्लांटेशन के लगभग 10 से 14 दिन बाद टेस्ट करना चाहिए।
इंप्लांटेशन ब्लीडिंग कोई बीमारी नहीं है जिसे ठीक करने की जरुरत पड़े। आमतौर पर यह बहुत कम समय तक रहती है और ज्यादातर महिलाओं में यह कुछ घंटों से लेकर 1–2 दिन के भीतर बंद हो जाती है। अगर ब्लीडिंग 3–4 दिन से ज़्यादा चल रही है या बहाव धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है, तो फिर यह इंप्लांटेशन नहीं बल्कि पीरियड या किसी और कारण से होने वाला बहाव हो सकता है।
इसका रंग आमतौर पर हल्का गुलाबी, हल्का भूरा या कभी-कभी थोड़ा पतला हल्का लाल हो सकता है,
इंप्लांटेशन ब्लीडिंग में थक्के नहीं आते, क्योंकि यह बहाव बहुत हल्का है। अगर खून के साथ थक्के दिखें, बहाव बढ़ रहा हो या रंग बहुत चमकीला लाल हो, तो यह इंप्लांटेशन की बजाय पीरियड या किसी और कारण का संकेत हो सकता है।
IVF के बाद हल्की स्पॉटिंग बिल्कुल सामान्य हो सकती है, क्योंकि एम्ब्रीओ को गर्भाशय में चिपकने के दौरान थोड़ी ब्लीडिंग हो सकती है।