बहुत से कपल जब गर्भधारण यानी प्रेगनेंसी (pregnancy) की कोशिश करते हुए आईयूआई (IUI) इंट्रा यूटेराइन इनसेमिनेशन (Intra Uterine Insemination) के बारे में जानकारी लेते हैं, तो उनके मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि इस ट्रीटमेंट में कितना खर्च आ सकता है ( IUI treatment cost in hindi )।
IUI एक आसान और शुरुआती स्तर का फ़र्टिलिटी ट्रीटमेंट है जो IVF की तुलना में काफी किफ़ायती माना जाता है, इसलिए कई कपल्स पहले इसी ऑप्शन को आज़माते हैं।
IUI में लैब में प्रोसेस किए गए स्वस्थ स्पर्म को महिला के गर्भाशय यानी यूट्रस (uterus) में डाल दिया जाता है ताकि फर्टिलाइजेशन की संभावना बढ़ सके। IUI ट्रीटमेंट तब किया जाता जब किसी वजह से स्पर्म एग तक नहीं पहुँच पाता।
अब जानते हैं iui treatment cost in hindi और यह कॉस्ट बदलने के कारण।
IUI मतलब इंट्रा यूटेराइन इनसेमिनेशन (Intra Uterine Insemination) अक्सर तब किया जाता है जब स्पर्म को अंडे तक पहुंचने में दिक्कत हो रही हो। इसमें पुरुष के स्पर्म (शुक्राणु) को लैब में एक खास प्रक्रिया, जिसे स्पर्म वॉशिंग (Sperm Washing) कहते हैं, के ज़रिए तैयार (process) किया जाता है। इस प्रक्रिया में, सीमेन (वीर्य) से अस्वस्थ स्पर्म, मृत स्पर्म, और बाकी बिना काम की चीजों (जैसे प्रोस्टाग्लैंडीन) को हटा दिया जाता है, और सिर्फ सबसे तेज़ और स्वस्थ स्पर्म को अलग कर लिया जाता है, फिर इन चुने गए स्पर्म को एक पतली सी नली से सीधे महिला के गर्भाशय में डाल दिया जाता है जिससे फर्टिलाइजेशन की संभावना ज्यादा से ज्यादा हो जाये।
यह ट्रीटमेंट उन केसों में मददगार होता है जहाँ:
IUI कम इनवेसिव (Low Invasive ), जल्दी और बिना सर्जरी वाला ट्रीटमेंट है, इसलिए इसे फ़र्टिलिटी ट्रीटमेंट का पहला स्टेप माना जाता है।
भारत में IUI प्रति साइकिल की अनुमानित लागत ₹8,000 से ₹15,000 तक हो सकती है। यह केवल बेसिक प्रक्रिया की कॉस्ट है। इसके अलावा दवाइयाँ, स्कैन, ट्रिगर्स (triggers) और हॉर्मोनल इंजैक्शन (hormonal injections) की आवश्यकता के आधार पर कुल खर्च बढ़ जाता है।
ये सभी अनुमानित खर्चे (approximate prices) हैं। हर कपल की मेडिकल रिपोर्ट्स, हॉर्मोनल प्रोफाइल (hormonal profile), उम्र,और ओवेरियन रिस्पांस (ovarian response) अलग होता है, इसलिए IUI का सटीक खर्च (एक्यूरेट कॉस्ट) केवल परामर्श के बाद ही पता चलता है। कुछ कपल्स को एक ही साइकिल में सफलता मिल सकती है, जबकि कुछ को 2–3 साइकल्स तक IUI करानी पड़ती है। इससे टोटल खर्च बढ़ सकता है।
IUI की लागत कई मेडिकल और प्रैक्टिकल कारणों से बदलती रहती है। कुछ मुख्य फ़ैक्टर्स नीचे दिए गए हैं जिनका iui treatment cost in hindi पर सीधा असर पड़ता है।
इन सभी कारणों से हर कपल का iui treatment cost in hindi पूरी तरह अलग हो सकता है।
नीचे दी गई टेबल केवल अनुमानित (approximate) तुलना के लिए है ताकि दोनों प्रोसेस के खर्च का अंतर आसानी से समझा जा सके:
| Treatment | Approx. Cost (INR) | Notes |
|---|---|---|
| IUI (per cycle) | ₹8,000 – ₹15,000 | सरल और किफायती |
| IUI + दवाईयाँ | ₹15,000 – ₹25,000 | दवाइयों पर निर्भर |
| IVF (per cycle) | ₹1,00,000 – ₹2,50,000+ | एडवांस्ड लैब प्रोसेस |
IUI की सफलता कई फ़ैक्टर्स जैसे महिला की उम्र ,ओव्यूलेशन का सही समय, स्पर्म पैरामीटर्स और यूट्रस की कंडीशन पर निर्भर करती है। आम तौर पर IUI का प्रति-साइकिल सक्सेस रेट 10–20% के आसपास माना जाता है। इसका मतलब है कि कई कपल्स को एक साइकिल में प्रेगनेंसी नहीं हो पाती और उन्हें 2–3 साइकल्स तक IUI रिपीट करानी पड़ सकती है। साइकिल बढ़ने के साथ दवाइयाँ, स्कैन और ट्रिगर इंजैक्शनों के कारण कुल iui treatment cost in hindi भी बढ़ जाता है।
IUI एक कम खर्चे वाली, शुरुआती और लो -इनवेसिव फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है। इसमें IVF की तुलना में काफी कम खर्च होता है, इसलिए बहुत से कपल IUI को पहला ट्रीटमेंट (first-line treatment) के रूप में चुनते हैं। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि कुल iui treatment cost in hindi महिला की उम्र, दवाइयों की जरूरत, हॉर्मोनल कंडीशन और साइकल्स पर निर्भर करता है। सटीक लागत (accurate price) की जानकारी के लिए मेडिकल आकलन (medical evaluation) जरुरी होता है, क्योंकि हर कपल की मेडिकल कंडीशन अलग होती है।
नहीं। शहर, लैब की सुविधाएँ और दवाइयों की कीमतों के आधार पर IUI की लागत बदलती रहती है।
क्योंकि IUI में एग रिट्रीवल (egg retrieval), एम्ब्रीओ कल्चर (embryo culture), एनेस्थीसिया (anaesthesia) जैसी एडवांस प्रक्रियाएं शामिल नहीं होतीं।
यह नेचुरल साइकिल है या मेडिकेटेड, उस पर निर्भर करता है। कुछ साइकल्स बिना इंजेक्शन के भी होते हैं।
नहीं। IUI की सफलता उम्र, एग क्वालिटी, और स्पर्म क्वालिटी एवं मोबिलिटी जैसे फ़ैक्टर्स पर निर्भर करती है।
प्राकृतिक रूप से 20s से अर्ली 30s में सक्सेस रेट बेहतर देखी जाती है, लेकिन यह हर व्यक्ति की रिपोर्ट्स पर आधारित होता है।
जब सही मॉनिटरिंग के साथ ओव्यूलेशन का सही समय पकड़ा जाए और स्पर्म क्वालिटी अच्छी हो।