Skip to main content

एंडोमेट्रियोसिस क्या है? एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण और इलाज की प्रक्रिया

Last updated: February 05, 2025

Synopsis

एंडोमेट्रियोसिस क्या है, एंडोमेट्रियोसिस कारण, एंडोमेट्रियोसिस लक्षण, एंडोमेट्रियोसिस उपचार, एंडोमेट्रियोसिस का इलाज, एंडोमेट्रियोसिस और निसंतानता

 

एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय में होने वाली एक बीमारी है, जिसमे गर्भाशय की आंतरिक परत बनाने वाले एन्डोमेट्रियल ऊतक में असमान्य बढ़ोतरी होने लगती है और वह गर्भाशय के बाहर अन्य अंगो में फैलने लगता है l
एंडोमेट्रियोसिस शरीर में कहीं भी हो सकता है पर मुख्तया: यह :-
❖ अंडाशयों में
❖ फैलोपियन नलिका में
❖ Peritonium में
❖ Lymph Nodes में होता है l

एंडोमेट्रियोसिस एक बहुत ही सामान्य समस्या है l Endometriosis Society Of India के अनुसार लगभग 25 Million भारतीय स्त्रिओं में एंडोमेट्रियोसिस पाया गया है फिर भी आज भी बहुत सी महिलाओं को इस बीमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है l यह सबसे ज्यादा 18 से 35 साल की उम्र की महिलाओं में होता है l

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण

❖ इसका सबसे पहला और सामान्य लक्ष्ण होता है की माहवारी के समय अत्यधिक दर्द होना l पर चूँकि महिलाएं ये मान लेती है कि थोड़ा दर्द तो माहवारी के समय होता ही है और इस समस्याका निदाननहीं हो पाता हैl
❖ माहवारी के समय अत्यधिक रक्त स्त्राव होना l
❖ यौन-सम्बन्ध के दौरान या बाद में अधिक दर्द होना l
❖ शौच के दौरान या पेशाब करते समय दर्द होना या खून आना l
❖ अधिक थकान,चक्कर आना व कब्ज होना l
❖ निसंतानता

यह एन्डोमेट्रियल ऊतक जो अन्य अंगो तक फैल जाता है यह हर माह जैसा कि मासिक चक्र में गर्भाशय में होता है, बढ़ता है औए टूट कर यह रक्त आस-पास जमने लगता है जिससे अंग आपस में चिपकने लगते है और यह दर्द का कारण होता है l

एंडोमेट्रियोसिस और निसंतानता

❖ एंडोमेट्रियोसिस निसंतानता का एक मुख्य लक्ष्ण है l
❖ NCBI के अनुसार लगभग 25 से 50 प्रतिशत महिलाओं में जिनमे गर्भधारण में समस्या आ रही हो उनमे यह समस्या होती है l
❖ एंडोमेट्रियोसिस में जो रक्त जमा होता है गर्भाशय और अंडाश्यों के आसपास उससे व उसकी वजह से अंगों के चिपकने के कारण अंडाशयों से अंडे नहीं मिल पाते और निषेचन नहीं हो पाता।

एंडोमेट्रियोसिस का निदान

एंडोमेट्रियोसिस का निदान निम्न प्रकार से कर सकते है:-
1. Pelvic Examination द्वारा
2. Imaging Test- USG और MRI द्वारा
3. Laparoscopy द्वारा

एंडोमेट्रियोसिस का इलाज:-

इस बीमारी का इलाज महिला के लक्षणों की गंभीरता, रोगी की उम्र, बीमारी की स्थिति और चरण तथा उसकी अवधि पर निर्भर करता है l उपचार का उद्देश्य लक्षणों को दूर करना और प्रजनन क्षमता बढ़ाना होता है l सबसे पहले हम दवाईयों द्वारा इस बीमारी का इलाज करते है l

दवाईयों में दर्द कम करने के लिए हम दर्द निवारक दवाएं (NSDS) देते है l

रोग के इलाज के लिए जो दवाएं दी जाती है उसके द्वारा हम इस असामान्य जगहों पर होने वाले को दबाने की कोशिश करते है जिससे उसका प्रभाव कम हो जाए l इलाज में गोलियों या इंजेक्शन के रूप में गर्भ निरोधक गोलियां, progestin therapy, GHRH against और Antioxidant आदि देते है l

परन्तु यह दवाइयांअसाधारण जगहों पर पाए जाने वाले एन्डोमेट्रियल ऊतक के साथ-साथ गर्भाशय में पाए जाने वाले एन्डोमेट्रियल ऊतक पर भी अपना प्रभाव डालती है, जिसके कारण माहवारी लम्बे समय अस्थाई रूप से बंद भी हो सकती है

जिन मरीज़ों में हमें दवाईयों और इंजेक्शन से फायदा नहीं मिलता या stage 03 और 04 में सर्जरी की जरूरत पड़ती है l यह सर्जरी दूरबीन द्वारा की जाती है जिसमे अंडाशयों और बाकि अंगों के आसपास जमे हुए रक्त को हटा दिया जाता है और इस क्रिया से मुड़े हुए अंगों को भी उनकी पुरानी जगहों पर लाया जाता है तथा adhesions हटायें जाते है l जिससे की दर्द में आराम मिलता है और माँ बनने की सम्भावना भी बढ़ जाती है l

चूँकि एक लम्बी बीमारी है जो समय के साथ बढती है इसलिए इसमें जितनी जल्दी रोग का निदान होगा उतना ही उसके इलाज के लिए अच्छा होता है l इसलिए यह बहुत जरूरी है कि महिलाएं माहवारी के दौरान होने वाले या यौन सम्बन्ध बनाने के दौरान होने वाले दर्द को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें l

 

© 2025 Indira IVF Hospital Private Limited. All Rights Reserved. T&C Apply | Privacy Policy| *Disclaimer