एक महिला जानें पेरिमेनोपॉज, 30 की उम्र में भी कर सकता है हिट रजोनिवृत्ति [मेनोपॉज] महिला में प्रजनन क्षमता की समाप्ति है। इसमें महिला के अंडे और उसमें होने वाले पीरियड्स [मासिक धर्म] बंद हो जाते है। प्रजनन क्षमता के अंत से पहले वाला पीरियड पेरिमीनोपोज कहलाता है। रजोनिवृत्ति के लिए एक पूर्वसूचक, पेरीमेनोपॉज की अवस्था एक महिला को परेशान कर सकती है। कई महिलाओं में इसके लक्षणों की शुरूआत 30 के दशक में भी हो सकती है तो कई में पेरिमेनोपॉज 40 के दशक के मध्य से शुरू हो सकता है।
पेरिमेनोपॉज से रजोनिवृत्ति का अंत आने तक का समय ‘हार्मोनल बदलाव’ के रूप में होता है।
-पेरिमेनोपॉज वह चरण है जहां महिला रजोनिवृत्ति के लक्षणों का अनुभव करती हैं जैसे कि होट फ्लेशेज का अनुभव होना और नींद नहीं आना। इस दौरान अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं या रक्त का प्रवाह बहुत हल्का हो सकता है।
-यह अवस्था सभी के जीवन में अलग-अलग समय पर आती है। इसके लिए आपको अपने आनुवांशिक इतिहास, जीवनशैली और अपने हार्मोन बदलाव को देखना होगा लेकिन कई अध्ययन कहते हैं कि पेरिमेनोपॉज की शुरूआत 30 की उम्र में हो सकती है।
रजोनिवृत्ति के बड़े तूफान से पहले पेरिमेनोपॉज की शांत अवस्था लगभग तीन से चार साल तक रह सकती है।
-पेरिमेनोपॉज अवस्था के दौरान आपके शरीर में बड़े बदलाव हो सकते हैं। शरीर में ये लक्षण स्वाभाविक रूप से दिखने लग जाते हैं।
अनियमित पीरियड्स, स्तन टेंडरनेस, शरीर गर्म रहना, नींद की समस्याएं, मूड में बदलाव, सेक्स की कम इच्छा होना, थकान, बार-बार यूरीन के लिए जाना आदि।
– पेरिमेनोपॉज के दौरान महिला यह सोचें कि अब गर्भधारण करने की संभावनाएं न्यून होती जा रही है, तो गलत है। वह असुरक्षित यौन संबंध कतई नहीं बनाए ंक्योंकि विशेषज्ञ कहते हैं कि पेरिमेनोपॉज के दौरान प्रजनन क्षमता में गिरावट के बावजूद, असुरक्षित संभोग के कारण एक महिला गर्भवती हो सकती है। हालांकि संभावना दुर्लभ है, लेकिन, इस चरण के दौरान सुरक्षित यौन संबंध रखने की ही सलाह दी जाती है।
– आपको मधुमेह और प्रजनन क्षमता खत्म होने के तनाव से उच्च रक्तचाप हो सकता है। पेरिमेनोपॉज आॅस्टियोपोरोसिस, मोटापा और हृदय रोग जैसे विभिन्न रोगों के विकास के जोखिम को भी बढ़ाता है।
यदि आप अपने कार्य को शुरू से ही एक लय के साथ करें तो आप पेरिमेनोपॉज के दौरान स्वास्थ्य के जोखिम को कम कर सकते हैं।
-अपने आहार में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का नियमित रूप से सेवन करें। धूम्रपान और शराब का सेवन नहीं करें। स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त नींद लें
याद रहें, यह कोई समस्या नहीं है। पेरिमेनोपॉज आने पर भी महिला एक स्वस्थ जीवन शैली जी सकती है। इसलिए, पेरीमीनोपॉज से बहादुरी से निपटने के लिए स्वयं को तैयार करें।