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क्या और कब होता है ओवुलेशन? (Ovulation Meaning in Hindi)

Reviewed by Indira IVF Fertility Experts
Last updated: October 29, 2025

Overview

ओव्युलेशन वह समय है जिसमें एक महिला के अंडाशय से एक परिपक्व अंडाणु निकलता है, जो आमतौर पर मासिक धर्म के मध्य में होता है और गर्भधारण के लिए महत्वपूर्ण है।

ओवुलेशन क्या होता है? (Ovulation in Hindi)

महिला की ओवरी से अंडा बाहर आने यानि रिलीज होने को चिकित्सा विज्ञान में ओवुलेशन कहा जाता है। ओवुलेशन यानि अण्डोत्सर्ग के दौरान अंडा ओवरी से बाहर निकलकर ट्यूब में आ जाता है। इस दौरान पति-पत्नी के साथ रहने पर स्पर्म अण्डे को ट्यूब में फर्टिलाइज कर देता है।

अण्डोत्सर्ग का समय महिला के गर्भधारण के लिए सबसे अच्छा समय होता है, इसे सबसे अधिक फरटाइल पीरियड माना जाता है । असुरक्षित संबंध बनाने पर गर्भधारण होने की सर्वाधिक संभावना रहती है। जो कपल कंसीव करना नहीं चाहते हैं उन्हें ओवुलेशन के दौरान संबंध बनाने से दूरी रखनी चाहिए ।

 

ओवुलेशन पीरियड्स पर निर्भर करता है। अगर पीरियड नियमित हैं तो ओवुलेशन समय पर हो जाता है लेकिन माहवारी अनियमित हैं तो ओवुलेशन में नियमित होने में समस्या हो सकती है। ओवुलेशन नियमित नहीं होने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैस मोटापा या कम वजन, पीसीओएस और थायराइड । ओवुलेशन नियमित करने के लिए आमतौर पर पहले डॉक्टर लाइफ स्टाइल में बदलाव के बारे में सुझाव देते हैं।

ओवुलेशन पीरियड क्या होता है (Ovulation Period in Hindi)

चाहे आप फैमिली प्लानिंग कर रही हो या नहीं लेकिन आपको अपने ओवुलेशन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। ओवुलेशन पीरियड के बारे में पता होने से आपके गर्भधारण के चांसेज ज्यादा होते हैं। ओवुलेशन की समयावधि 24 से 36 घंटों तक की हो सकती है।

ओवुलेशन होने के एक-दिन पहले से या बाद में संभोग करने गर्भधारण के चांसेज सबसे अधिक होते हैं। ये दिन फर्टिलिटी विण्डो के सबसे बेस्ट दिन माने जाते हैं।

ओवुलेशन कब होता है?(Ovulation Kab Hota Hai)

सामान्यतया महिलाओं के पीरियड की साइकिल 28 से 35 दिन के बीच की होती है। महिला की महावारी यदि 28 दिन के आसपास आ जाती है तो इसे सामान्य माना जाता है। सामान्यतया जिन महिलाओं का मासिक चक्र 28 दिनों को होता है उन्हें माहवारी के 14 वें दिन के आसपास ओवुलेशन होने की संभावना रहती है। सभी महिलाओं की पीरियड साइकिल 28 दिन की नहीं होती है इसलिए सभी का ओवुलेशन का सटिक समय बता पाना मुश्किल होता है। वैसे पीरियड के पहले दिन के अनुसार कांउट करना चाहिए। जिन महिलाओं का मासिक चक्र 21 दिन के आसपास का होता है उन्हें 7 वें दिन अण्डोत्सर्ग तथा जिनका मासिक चक्र 35 दिन के आसपास होता है वे 21 वें दिन के आसपास ओवुलेशन करती है।

ओवुलेशन के लक्षण (Ovulation Symptoms in Hindi)

  • स्तन संवेदनशील होना
  • सेक्स करने की इच्छा अधिक होना
  • पेट निचले भाग में दर्द
  • योनि में सूजन
  • बॉडी टेम्परेचर बढ़ना
  • सर्विक्स खुल जाना
  • सिर दर्द

ओवुलेशन कैलकुलेटर (Ovulation Calculation in Hindi)

ऐसा नहीं है कि पूरे माह में कभी भी गर्भधारण हो जाता है इसके लिए ओवुलेशन के दौरान, पहले या बाद में संबंध बनाना अनिवार्य होता है। कपल को फर्टिलिटी विण्डो के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ताकि उन्हें जल्दी सफलता प्राप्त हो जाए।

आमतौर कहा जाता है कि ओवुलेशन से चार-पांच दिन पहले से लेकर ओवुलेशन के दिन तथा एक-दो दिन बाद तक संबंध बनाने से गर्भधारण होने की संभावना सबसे अधिक होती है। पुरुष के स्पर्म का जीवन 3 दिनों और महिला के अंडे का जीवन 24 घंटों का होता है। इसलिए गर्भधारण के प्रयास के लिए इन दिनों को चुनाव करें ।

ओवुलेशन होने पर क्या करें (What to do during Ovulation)

अगर आप प्रेगनेंसी के लिए ट्राय कर रही हैं तो आपको ओवुलेशन का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। ओवुलेशन का मतलब अण्डाषय से परिपक्व अंडा फैलोपियन ट्यूब में आ चुका है लेकिन निषेचन के लिए कम ही समय होता है इसलिए इसके बारे में जानकारी होना आवश्यक है। यदि आप समझ नहीं पा रही है तो अपने चिकित्सक से पीरियड और ओवुलेशन के बारे में समझें।

ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण (Pregnancy Symptoms after Ovulation in Hindi)

ओवुलेशन के दौरान कंसीव करने का ट्राय करने पर कुछ लक्षण महसूस हो सकते हैं जैसे:

  • इम्पलांटेशन ब्लीडिंग
  • मॉर्निंग सिकनेस
  • जी मिचलाना
  • कब्जी या पाचन से जुड़ी समस्याएं
  • ब्रेस्ट में दर्द होना या सूजन
  • मूड स्विंग्स

ये जरूरी नहीं है कि आप ओवुलेशन के दौरान या इसके आगे, पीछे के दिनों में ट्राय कर रही हैं तो कंसीव हो ही जाए याद रखें। कई बार अन्य शारीरिक समस्याओं के कारण ओवुलेशन के टाइम प्रयास करने पर भी गर्भधारण नहीं हो पाता है।

निष्कर्ष

किसी भी महिला के गर्भधारण के लिए ओव्युलेशन सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस समय महिला के अंडाशय से परिपक्व अंडा फैलोपियन ट्यूब में पहुंचता है और ये गर्भधारण के लिए श्रेष्ठ परिस्थितियां होती हैं। अंडा ट्यूब में आने के दिनों में कपल असुरक्षित संबंध बनाए तो प्रेग्नेंसी की संभावना सबसे अधिक होती है। महिला की मासिक साइकिल के आधार पर आमतौर पर पीरियड के 11वें से 16वें दिन के बीच ओव्युलेशन होता है। ओव्युलेशन के समय शरीर में कुछ संकेत जैसे स्तन में सेन्सिटिविटी, पेट में हल्का दर्द, और सेक्स इच्छा में वृद्धि महसुस हो सकते हैं। अगर आप फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको आव्युलेशन के दिन की सही जानकारी होनी चाहिए ।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

30 दिन के पीरियड में ओवुलेशन कब होगा?

 

आमतौर पर ओव्युलेशन पीरियड के 14वें दिन पर होता है लेकिन यह महिला की पीरियड की साइकिल पर निर्भर करता है।

मुझे कैसे पता चलेगा कि मैंने ओवुलेशन के बाद गर्भधारण किया है?

 

अगर आपके ओव्युलेशन के दौरान गर्भधारण कर लिया है तो आपको थकान, स्तनों में दर्द, मूड में बदलाव और हल्का रक्तस्त्राव हो सकता है।

मासिक धर्म के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है?

 

पीरियड के शुरूआत के दिन से काउंट करने पर 11 से 16 वें दिन तक गर्भधारण की संभावना सर्वाधिक होती है, जब ओव्युलेशन होता है।

यदि मैं ओव्यूलेट नहीं कर पा रही हूँ तो क्या होगा?

 

ओव्युलेशन नहीं होने की स्थिति में गर्भधारण नहीं हो सकता है लेकिन समय पर उचित उपचार से ओव्युलेशन को नियमित किया जा सकता है।

किट से ओवुलेशन डे कैसे चेक करें?

 

ओव्युलेशन किट के माध्यम से यूरिन में एलएच हार्मोन की मात्रा को देखा जा सकता है जिससे ओव्युलेशन का दिन पता चलता है।

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